Hindi Patriotic Songs Lyrics

seema

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Let's Post Here Lyrics of Hindi Patriotic Songs , Please Post only Hindi songs in Devnagri only. Don't forget to Post details like Singer , Music and name of the Movie etc.

Lyrics - Arambh Hai Prachand , Bole Mastako ke Jhund
Movie : Gulaal is a 2009 Indian film directed by Anurag Kashyap and starring Kay Kay Menon, Raj Singh Chaudhary, Abhimanyu Singh, Deepak Dobriyal, Ayesha Mohan, Jesse Randhawa, Piyush Mishra and Aditya Srivastava.
Music: Piyush Mishra, Hitesh Sonik esha Mohan, Jesse Randhawa, Piyush Mishra and Aditya Srivastava.
Singer : Piyush Mehra



आरम्भ है प्रचंड, बोले मस्तकों के झुंड, आज ज़ंग की घडी की तुम गुहार दो,
आन बान शान, याकि जान का हो दान, आज एक धनुष के बाण पे उतार दो!

आरम्भ है प्रचंड, बोले मस्तकों के झुंड, आज ज़ंग की घडी की तुम गुहार दो,
आन बान शान, याकि जान का हो दान, आज एक धनुष के बाण पे उतार दो!

मन करे सो प्राण दे, जो मन करे सो प्राण ले, वही तो एक सर्वशक्तिमान है, -2
कृष्ण की पुकार है, ये भागवत का सार है कि युद्ध ही तो वीर का प्रमाण है,

कौरवों की भीड़ हो या पांडवों का नीड़ हो जो लड़ सका है वो ही तो महान है!
जीत की हवस नहीं, किसी पे कोई वश नहीं, क्या ज़िन्दगी है, ठोकरों पे वार दो,

मौत अंत है नहीं, तो मौत से भी क्यों डरें, ये जाके आसमान में दहाड़ दो!
आरम्भ है प्रचंड, बोले मस्तकों के झुंड, आज ज़ंग की घडी की तुम गुहार दो,

आन बान शान, याकि जान का हो दान, आज एक धनुष के बाण पे उतार दो!
वो दया का भाव, याकि शौर्य का चुनाव, याकि हार का ये घाव तुम ये सोच लो, -2

याकि पूरे भाल पे जला रहे विजय का लाल, लाल यह गुलाल तुम ये सोच लो,
रंग केसरी हो या, मृदंग केसरी हो याकि केसरी हो ताल तुम ये सोच लो!

जिस कवि की कल्पना में ज़िन्दगी हो प्रेम गीत, उस कवि को आज तुम नकार दो,
भीगती मसों में आज, फूलती रगों में आज, आग की लपट का तुम बघार दो!

आरम्भ है प्रचंड, बोले मस्तकों के झुंड, आज ज़ंग की घडी की तुम गुहार दो,
आन बान शान, याकि जान का हो दान, आज एक धनुष के बाण पे उतार दो!

 
Aye Mere Watan ke Logon Lyrics in Hindi

Lyrics : Aye Mere Watan Ke Logon
Genre : Patriotic
Music : C. Ramchandra
Lyricist : Kavi Pradeep
Singer : Lata Mangeshkar

ऐ मेरे वतन् के लोगों
तुम् खूब् लगा लो नारा
ये शुभ् दिन् है हम् सब् का
लहरा लो तिरंगा प्यारा
पर् मत् भूलो सीमा पर्
वीरों ने है प्राण् गँवा
कुछ् याद् उन्हें भी कर् लो -२
जो लौट् के घर् न आये -२

ऐ मेरे वतन् के लोगों
ज़रा आँख् में भर् लो पानी
जो शहीद् हु हैं उनकी
ज़रा याद् करो क़ुरबानी

जब् घायल् हु हिमालय्
खतरे में पड़ी आज़ादी
जब् तक् थी साँस् लड़े वो
फिर् अपनी लाश् बिछा दी
संगीन् पे धर् कर् माथा
सो गये अमर् बलिदानी
जो शहीद्॥।

जब् देश् में थी दीवाली
वो खेल् रहे थे होली
जब् हम् बैठे थे घरों में
वो झेल् रहे थे गोली
थे धन्य जवान् वो आपने
थी धन्य वो उनकी जवानी
जो शहीद्॥।

को सिख् को जाट् मराठा
को गुरखा को मदरासी
सरहद् पे मरनेवाला
हर् वीर् था भारतवासी
जो खून् गिरा पर्वत् पर्
वो खून् था हिंदुस्तानी
जो शहीद्॥।

थी खून् से लथ्-पथ् काया
फिर् भी बन्दूक् उठाके
दस्-दस् को एक् ने मारा
फिर् गिर् गये होश् गँवा के
जब् अन्त्-समय् आया तो
कह् गये के अब् मरते हैं
खुश् रहना देश् के प्यारों
अब् हम् तो सफ़र् करते हैं
क्या लोग् थे वो दीवाने
क्या लोग् थे वो अभिमानी
जो शहीद्॥।

तुम् भूल् न जा उनको
इस् लिये कही ये कहानी
जो शहीद्॥।
जय् हिन्द्॥। जय् हिन्द् की सेना -२
जय् हिन्द् जय् हिन्द् जय् हिन्द्
 
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